देखें कौन रहता है किसके बिन |
कैसा रहेगा इस बार का जनादेश
सबको हैं त्रिशंकू संसद के अंदेश |
दूरदर्शन हो या आकाशवाणी
सब पे हैं मनमोहन - आडवाणी |
देखते हैं हाथी किस करवट बैठता है
कौन कितना मुलायम है और कौन ऐंठता है ?
क्या अम्मा की ममता इस बार रंग लाएगी?
या फिर जनता करुणा के सागर में बह जायेगी?
कौन होगा इस सरकारी बागीचे का बागबान ?
कोई कहता है नीतीश तो कोई कहता है पासवान |
किसके बांये खड़ा होगा बाम दल ?
ये तो बताएँगे आनेवाले पल |
क्या इस बार लालू रबरी खायेंगे ?
या फिर चंद सीटों में ही सीमट जायेंगे ?
अब शुरू होगी जोड़ - तोड़ की राजनीति
किसके कितने हैं नंबर किसकी कैसी है स्थिति ?
निर्दलीय अपना दल चुनेंगे
धीरे-धीरे उनके भाव खुलेंगे |
272 का आँकड़ा वाकई जादुई है
जानते हैं सब जिसने भी छुई है |
सोनिया या मोदी किसकी बजेगी बीन ?
आखिर आ ही गया निर्णय का दिन |
vare vaa!
ReplyDeleteA good one indeed. With my limited grip over hindi I was atleast able to read and enjoy the rhyme..
ReplyDeleteरवि बाई आपकी शायरी
लगता है बहुत प्यारी